किसानों को दिन में 8 से 10 घंटे सिंचाई के लिए बिजली मिलेगी, इससे राहत मिलेगी

किसानों को सिंचाई के लिए दिन में 8 से 10 घंटे बिजली मिलेगी। रबी की फसल पूरी तरह से बोई गई है और अब सिंचाई का सीजन चल रहा है। फसल उत्पादन में सिंचाई का बहुत खास महत्व है। सरकार किसानों को सिंचाई की कई सुविधाएं देने की कोशिश कर रही है, क्योंकि सही तरह से सिंचाई की कमी फसल के उत्पादन पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है।

ऐसे में सरकार ने किसानों के हित में निर्णय लिया है। किसानों को दिन में बिजली मिलेगी, जिससे उन्हें रात में खेत में जाने की जरूरत नहीं होगी।

सिंचाई के लिए किसानों को दिन में 8 से 10 घंटे उपलब्ध कराई जाएगी बिजली

किसानों को सिंचाई के लिए दिन में 8 से 10 घंटे बिजली की सुविधा

रबी की फसल की बुवाई पूरी हो चुकी है, और अब सिंचाई का समय चल रहा है। फसलों के उत्पादन में सिंचाई का बेहद महत्वपूर्ण योगदान होता है। अगर फसलों को समय पर और सही मात्रा में पानी न मिले, तो यह उनके उत्पादन पर नकारात्मक असर डाल सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए, सरकार किसानों को सिंचाई के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयासरत है।

किसानों के हित में सरकार का बड़ा कदम

सरकार ने किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके तहत अब किसानों को दिन के समय में बिजली की आपूर्ति की जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को रात के समय खेतों में जाने की कठिनाई से बचाना है। यह कदम न केवल किसानों के लिए राहतकारी होगा, बल्कि उनकी कार्यक्षमता और जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार करेगा।

सिंचाई का महत्व

सिंचाई फसलों के उत्पादन में एक आधारभूत आवश्यकता है। पर्याप्त और समय पर पानी मिलने से फसलें स्वस्थ रहती हैं, उनकी गुणवत्ता बेहतर होती है और उत्पादन भी अधिक होता है। खासकर रबी की फसल में, जहां सिंचाई की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है, यह सुविधा किसानों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है।

किसानों को क्या लाभ होगा?

  • रात में काम की कठिनाई से मुक्ति: दिन में बिजली मिलने से किसान आसानी से अपनी सिंचाई की जरूरतों को पूरा कर सकेंगे और उन्हें रात के समय खेतों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
  • समय और मेहनत की बचत: दिन के समय बिजली मिलने से किसानों को अपने समय और संसाधनों का बेहतर प्रबंधन करने का अवसर मिलेगा।
  • उत्पादन में वृद्धि: समय पर सिंचाई से फसलें बेहतर होंगी, जिससे उत्पादन की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार होगा।
  • जीवनस्तर में सुधार: बिजली की सुविधा से सिंचाई कार्य सुचारू रूप से होंगे, जिससे किसानों की आय और जीवनस्तर दोनों में सुधार होगा।

सरकार की पहलें

सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें से यह कदम एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके साथ ही, बिजली आपूर्ति के बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने और ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर पंप जैसी तकनीकों को बढ़ावा देने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।

सरकार का यह निर्णय किसानों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हो सकता है। यह पहल न केवल फसलों की उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करेगी, बल्कि किसानों की कठिनाइयों को भी कम करेगी। अब यह आवश्यक है कि इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए, ताकि अधिक से अधिक किसान इसका लाभ उठा सकें और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।

मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने की घोषणा

एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को शाहजहांपुर जिले की तहसील कालापीपल में एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार की तरफ से लगातार किसानों के लिए कई काम किए जा रहे हैं। यदि किसानों को लगातार बिजली और पानी मिलता है, तो वे पूरे वर्ष फसल उगा सकते हैं।

अब सरकार ने निर्णय लिया है कि किसानों को रात में खेतों में जाकर सिंचाई करने की कोई जरूरत नहीं होगी, बल्कि दिन में ही 8 से 10 घंटे बिजली दी जाएगी। यह किसानों को रात में परेशान नहीं करेगा। साथ ही वह सिंचाई दिन में ही कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कार्यक्रम में कहा कि पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना के तहत लगभग 155 गांव इस योजना में शामिल होंगे। साथ ही, आने वाले लगभग पांच वर्षों में राज्य भर में सिंचाई के रखने को बढ़ाकर के एक करोड़ हेक्टेयर करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि किसानों को पटवारी के पीछे घूमने की जरूरत नहीं होगी।

वहीं नामांतरण और बटवारा अब बहुत आसान होगा। साथ ही साइबर तहसील योजना से नामांतरण अपने आप होगा। विद्यार्थियों को मार्कशीट और टीसी लेने के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा; वे दस्तावेज अपने मोबाइल पर डिजिलॉकर से प्राप्त करेंगे। इस तरह कई सुविधाएं दी जाएंगी।

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