सहजन की खेती में चारो तरफ से आता है पैसा, एक बार पौधे लगाए 10 साल बैठे-बैठे कमाएं, 

सहजन की डिमांड

मुनगा (सहजन) यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है और इसकी खेती करके किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं। आपको बता दें कि सहजन के फल, फूल, फली, जड़ और बीज सब कुछ उपयोगी हैं। लोग सहजन के फली की सब्जी बनाते हैं। इसके बीजो का भी उपयोग तेल निकालने में किया जाता है। क्योंकि सहजन बहुत पोषक तत्वों से भरपूर है

सहजन

इसमें कई पदार्थ होते हैं, जैसे प्रोटीन, वसा, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, फास्फोरस, मैंगनीज, पोटेशियम और सोडियम। यह एक तरह से सेहत के लिए वरदान है, और जिन किसानों को लगता है कि उनकी जमीन बंजर है, वे भी इसे उगा सकते हैं। जिसमें एक बार लगाकर 10 साल तक इसके पेड़ों से लाभ मिलेगा। इसमें अतिरिक्त निगरानी की भी आवश्यकता नहीं होती। चलो जानते हैं सहजन की खेती कैसे करें और इससे क्या मिलता है।

सहजन की खेती कैसे करें

  • सहजन की खेती करने से पहले हमें पता लगाना चाहिए कि कौन-सी किस्म सबसे अच्छी है। जो किसानों को अच्छी फसल देता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पी.के.एम 1, रोहत 1, पी.के.एम 2 और कोयम्बटूर 2 उन्नत सहजन किस्में हैं। किसान इससे लाभ उठाते हैं। सहजन की खेती के लिए भी बंजर जमीन का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन सूखी या चिकनी बलुई मिट्टी और अच्छी होती है।
  • जब हम जलवायु की बात करते हैं, तो गर्म जलवायु इसके लिए अच्छी है। ज्यादा ठंडी जगह पर पौधा नहीं लगता। जिसमें भी 25 से 30 डिग्री तापमान खेती के लिए उपयुक्त रहता है।
  • यदि सहजन की खेती जून से सितंबर तक करनी चाहिए तो यह जून से सितंबर तक हो सकता है। पहले पौधों को पॉलिथीन बैग में तैयार करेंगे, फिर इन्हें गड्ढों में रूप देंगे। जिसमें एक हेक्टेयर में 510 से 690 ग्राम बीज लग सकते हैं। इतने बीज पहले से तैयार कर लेना चाहिए।
  • किसान सहजन की बुवाई करने के लिए ४५ चौड़ाई ४५ चौड़ाई ४५ सेमी के गड्ढे खोदेंगे और २.५ चौड़ाई २.५ मीटर की दूरी पर रखेंगे। जिसमें किसान खाद डालकर मिट्टी को पोषक तत्वों से भरना चाहते हैं। इससे पौधों को बहुत अधिक पोषण मिलेगा।
  • फिर जब पौधा लगभग 75 सेंटीमीटर तक बड़ा हो जाए तो आप उसे ऊपर से तोड़ सकते हैं। पौधा घना होगा। यानी बहुत लंबे समय तक सीधा नहीं रहेगा। घना पौधा अधिक फूल देगा।
  • चलिए जानते हैं सहजन की खेती का लाभ।

सहजन की खेती में कमाई

सहजन सेहत को बेहतर बनाता है। इसलिए इसकी कीमत अच्छी है। बहुत से लोग सहजन करते हैं। विभिन्न दवा उत्पादन कंपनियां भी सहजन के बीज, फल, फूल आदि की मांग करती हैं। जिसमें सहजन की खेती करने वाले किसान साल में दो बार पेड़ों से सहजन तोड़कर बेंच सकते हैं। इसकी पहली तोड़फोड़ फरवरी और मार्च में होती है, जबकि दूसरी तोड़फोड़ सितंबर से अक्टूबर तक होती है।

जिसमें एक एकड़ में सहजन की खेती करने पर १४५० से १५०० पौधे लग सकते हैं। इन पौधों को फिर से तैयार करने में लगभग आठ महीने लगते हैं। इतने समय के बाद, यह फल देने लगता है। जिसमें मिली जानकारी के अनुसार, लगभग 3,000 किलोग्राम उत्पादन होता है। जिससे किसानों को अच्छी खासी कमाई मिलती है। इस प्रकार यह एक लाभदायक खेती है।

सहजन की खेती कैसे करें?

1. जलवायु और मिट्टी

  • सहजन की खेती के लिए गर्म और शुष्क जलवायु सबसे उपयुक्त है।
  • बलुई दोमट मिट्टी, जिसमें पानी का जमाव न हो, इसकी खेती के लिए सबसे अच्छी है।

2. बीज और पौधों की रोपाई

  • उन्नत किस्मों के बीज जैसे PKM-1, PKM-2 का चयन करें।
  • पौधों के बीच 10×10 फीट की दूरी रखें।
  • बीज से पौधा तैयार करने में 5-7 दिन लगते हैं।

3. सिंचाई और खाद

  • सहजन के पौधों को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती।
  • शुरुआती 6 महीने तक 15-20 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें।
  • जैविक खाद जैसे गोबर की खाद और वर्मीकम्पोस्ट का इस्तेमाल करें।

4. रोग और कीट नियंत्रण

  • सहजन में रोग और कीट बहुत कम लगते हैं।
  • पत्तियों पर कीटों के आक्रमण को रोकने के लिए नीम का तेल छिड़कें।

5. कटाई और पैकेजिंग

  • सहजन की फलियां बुवाई के 6-8 महीने बाद तैयार हो जाती हैं।
  • ताजी फलियों को तोड़कर स्थानीय बाजारों या प्रोसेसिंग यूनिट्स में बेचें।

सहजन की खेती से आय के स्रोत

  1. फलियां:
    • सहजन की फलियां मुख्य रूप से सब्जी और प्रोसेसिंग के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।
    • 1 एकड़ से 8-10 टन फलियां प्राप्त की जा सकती हैं।
  2. पत्तियां:
    • पत्तियों का उपयोग औषधियों और स्वास्थ्य पेय बनाने में होता है।
    • सूखी पत्तियां ₹300-₹500 प्रति किलो बिकती हैं।
  3. बीज और फूल:
    • बीज का उपयोग तेल निकालने और औषधीय उत्पाद बनाने में होता है।
    • फूल का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं और खाद्य उत्पादों में किया जाता है।
  4. जड़ों और छाल का उपयोग:
    • सहजन की जड़ों और छाल का उपयोग आयुर्वेदिक उपचारों में किया जाता है।

किसानों की कहानियां: प्रेरणादायक अनुभव

रामलाल शर्मा, राजस्थान

रामलाल ने 5 एकड़ जमीन में सहजन की खेती शुरू की। पहले साल में उन्होंने ₹50,000 खर्च किए और उन्हें ₹5 लाख का मुनाफा हुआ। अब वे इसे 10 साल तक जारी रखने की योजना बना रहे हैं।

गीता देवी, उत्तर प्रदेश

गीता देवी ने अपने खेत के एक कोने में सहजन के 50 पौधे लगाए। केवल 1 साल में उन्होंने ₹1 लाख का मुनाफा कमाया और अब वे इसे बड़े पैमाने पर करने की सोच रही हैं।


सहजन की खेती के टिप्स

  1. बाजार की मांग के अनुसार सहजन के उत्पाद तैयार करें।
  2. स्थानीय मंडी, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और निर्यात बाजार का उपयोग करें।
  3. सहजन के मूल्य-वर्धित उत्पाद (जैसे पाउडर, तेल) बनाकर मुनाफा बढ़ाएं।

निष्कर्ष

सहजन की खेती किसानों के लिए एक क्रांतिकारी विकल्प है। यह न केवल आय का स्थायी स्रोत है, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करता है। अगर आप खेती में एक लाभकारी और लंबी अवधि का विकल्प तलाश रहे हैं, तो सहजन की खेती से अपनी किस्मत बदल सकते हैं। 🌱

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